चुप है वो कुछ राज तो जरूर होगा
है यक़ीं ये भी के वो मजबूर होगा
कल तलक़ जो राज करता था सभी पे
सच बयां कर अब दिलों से दूर होगा
सर कटाने की जिसे परवाह नही हो
सर झुकाना उसको कब मंजूर होगा
जिसको जीते जी नही पूछा किसी ने
क्या पता था मर के वो मशहूर होगा
आईना दिखला रहा है राज पथ पर
उसमें हिम्मत हौसला भरपूर होगा
गिर पड़ा है भूख से वो चकराकर
लोग कहते है नशे में चूर होगा
- वीरेश अरोड़ा "वीर"