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वीरेश अरोड़ा "वीर"
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TAJA RACHNAYEN
Wednesday, June 06, 2012
फल की चाह
हाइकु
फल की चाह
डाली झुकाई खूब
टूटनी ही थी
रिश्ते हमारे
हाइकु
थे शर्तो पर
कब तक रहते
रिश्ते
हमारे
झूठा गुरूर
हाइकु
झूठा गुरूर
संबंधों
में दरार
किसे स्वीकार
!
माँ की दुविधा
हाइकु
बेटो में बटी
चीजें सभी घर की
माँ की दुविधा
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