welcome


विषय वास्तु

TAJA RACHNAYEN

Thursday, July 05, 2012

बंधे रिश्ते-हाइकु




रिश्ते जो बंधे
शर्तों की बेड़ियों में 
चलते कैसे 










जग हँसाई-हाइकु















छिप ना पायी
संबंधो की खटास
जग हँसाई







घन बरसे -हाइकु




घन बरसे 
माटी की महक से 
मन हरसे 


Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...